चंडीगढ़/अमृतसर: पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में शुक्रवार को हुई एक सनसनीखेज घटना ने श्रद्धालुओं को झकझोर कर रख दिया। सिख नववर्ष के मौके पर जब श्रद्धालु गुरुद्वारा परिसर में अरदास और सेवा में लगे हुए थे, तभी एक युवक ने अचानक लोहे की रॉड से हमला कर दिया। इस हमले में तीन श्रद्धालु और दो सेवादार घायल हो गए, जिनमें से एक श्रद्धालु और एक सेवादार की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हमलावर को तुरंत पकड़ लिया गया और पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, यह घटना स्वर्ण मंदिर परिसर में स्थित श्री गुरु रामदास सराय में हुई। इस अप्रत्याशित हमले के बाद मंदिर प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। पूरे परिसर में चेकिंग बढ़ा दी गई है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
दूसरी मंजिल से हमला: कर्मचारियों और श्रद्धालुओं को बनाया निशाना
अमृतसर में तैनात एसीपी जसपाल सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी की पहचान हरियाणा के यमुनानगर निवासी जुल्फान के रूप में हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आरोपी श्री गुरु रामदास सराय (गुरुद्वारे के भीतर स्थित ठहरने की जगह) की दूसरी मंजिल पर चढ़ गया और अचानक हिंसक हो गया। उसके हाथ में एक लोहे की रॉड थी, जिससे वह वहां मौजूद लोगों पर हमला करने लगा। जब एक सेवादार ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने सबसे पहले कर्मचारी जसबीर सिंह पर वार कर दिया।
जैसे ही अन्य श्रद्धालु और कर्मचारी बीच-बचाव करने पहुंचे, हमलावर ने उन पर भी हमला कर दिया। परिसर में मौजूद अन्य सेवादारों और सुरक्षा कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे काबू में किया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।
दोपहर 12 बजे हुआ हमला, घायलों का अस्पताल में इलाज जारी
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सचिव प्रताप सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हमला शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे हुआ।
हमले में मोहाली, बठिंडा और पटियाला से आए तीन श्रद्धालु और दो सेवादार घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद घायलों को इलाज के लिए वल्लाहा स्थित श्री गुरु रामदास अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, बठिंडा के एक सेवादार और एक श्रद्धालु की हालत गंभीर बनी हुई है, क्योंकि उन्हें सिर में गहरी चोटें आई हैं।
स्वर्ण मंदिर में हमले जैसी घटना दुर्लभ है, जिससे श्रद्धालुओं और सेवादारों में भय और चिंता का माहौल बन गया है।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त, आरोपी से हो रही गहन पूछताछ
घटना के बाद मंदिर प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है। मंदिर परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और सभी आने-जाने वालों की कड़ी जांच की जा रही है।
पुलिस ने आरोपी जुल्फान के अतीत की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि हमलावर की मानसिक स्थिति की जांच की जाएगी और उसके पिछले आपराधिक रिकॉर्ड की पड़ताल की जा रही है।
क्या हमलावर का इरादा बड़ा हमला करने का था?
पुलिस अधिकारी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि आरोपी ने अकेले यह हमला किया या उसके पीछे किसी बड़े षड्यंत्र की साजिश थी।
अब तक की जांच में यह सामने आया है कि जुल्फान हरियाणा के यमुनानगर का रहने वाला है, लेकिन उसके अमृतसर आने का उद्देश्य क्या था, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसका किसी संगठित समूह से कोई संबंध तो नहीं था।
स्वर्ण मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, क्योंकि सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं। इस घटना के बाद मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
स्वर्ण मंदिर में सुरक्षा पर उठे सवाल
स्वर्ण मंदिर सिखों के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है, जहां दुनियाभर से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। ऐसी स्थिति में, गुरुद्वारा परिसर में हमले की यह घटना सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है।
मंदिर प्रशासन पहले ही सुरक्षा उपायों को लेकर सख्त रवैया अपनाने की बात कह चुका है, लेकिन इस हमले के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है।
श्रद्धालुओं में आक्रोश, दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
इस हमले के बाद स्वर्ण मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि इतने पवित्र स्थल पर इस तरह की हिंसा अस्वीकार्य है। लोगों ने पुलिस और प्रशासन से मांग की है कि दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
इस घटना ने यह भी दिखाया कि असामाजिक तत्व किस तरह धार्मिक स्थलों की पवित्रता को भंग करने की कोशिश कर सकते हैं। हालांकि, पुलिस और गुरुद्वारा प्रशासन की मुस्तैदी के कारण इस घटना को और बड़ा होने से रोका जा सका।
जांच जारी, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। आरोपी से पूछताछ जारी है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
आने वाले दिनों में पुलिस हमलावर के इरादों और उसके पीछे की पूरी सच्चाई को उजागर कर सकती है। इस बीच, श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
क्या इस हमले के पीछे कोई बड़ी साजिश थी? क्या हमलावर के तार किसी और संगठन से जुड़े हैं? इन सभी सवालों के जवाब आने वाले दिनों में जांच के बाद सामने आएंगे।